फिसलते मुट्ठी भर वक्त रोक न सका। फिसलते मुट्ठी भर वक्त रोक न सका।
ये हवा ये फ़िज़ा मिले न मिले ये जन्नत ये जहाँ मिले न मिले, ज़िन्दगी जीने में कसर मत छोड़ ये हवा ये फ़िज़ा मिले न मिले ये जन्नत ये जहाँ मिले न मिले, ज़िन्दगी जीने में...
अच्छा होता तुझसे मिले ना होते ना जाने तू कब अनजान से जान बन गया और अब सबकुछ बन गया। अच्छा होता तुझसे मिले ना होते ना जाने तू कब अनजान से जान बन गया और अब सबकु...
क्या हुआ गर तुम ना मिले प्यार के दो फूल ना खिले मेरा घर रोशनी से आबाद रहा, भले ह क्या हुआ गर तुम ना मिले प्यार के दो फूल ना खिले मेरा घर रोशनी से आबाद रह...
मुबारक हो जन्नत किसी और को अब जहन्नुम मिले साथ माँ चाहता हूँ। मुबारक हो जन्नत किसी और को अब जहन्नुम मिले साथ माँ चाहता हूँ।
क्योंकि उसके अर्थ को तितलियाँ आज भी नहीं समझ पायी। क्योंकि उसके अर्थ को तितलियाँ आज भी नहीं समझ पायी।